2024-08-05 19:08
रुबिका लियाक़त जैसे पत्रकारों के लिये
बांग्लादेशी ख़ुद खड़े हैं उसकी हिफ़ाज़त में ताकि कोई माइनॉरिटी की इबादत गाहों को नुक़सान ना पहुँचा दे फिर इसे कोई और ही रुख़ दे दिया जाए इस लिये वो ख़ुद खड़े हैं ऐसे मौक़े पर सियासी लोग आग को शोले में बदल देते हैं चिंगारी भड़का के
इस लिए वो ख़ुद पहरा दे रहे हैं ताकि कल को अख़बार न्यूज़ चैनल की हैडिंग पर कुछ और ना चले