2024-09-13 14:48
कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता, सब में कुछ न कुछ कमी होती है, क्योंकि सबके संस्कार और परिवेश एक जैसे नही होते,हो भी नही सकते। हम अपनी ही सोच को अंतिम मानकर चाहते है की हर कोई हमारे जैसा ही सोचे।
यही सोच हमारे तनाव– दुःखो का कारण बन जाति हैं..✍️