2024-08-27 12:59
# मेरा लिखा पढ़ेगा कौन #
मैं लिख तो दूॅं जीवन की आशा,
मैं लिख तो दूॅं मन की अभिलाषा,
कुछ कथा लिखूँ ,कुछ व्यथा लिखूँ ,
मैं सत्य ही सर्वथा लिखूँ
मैं लिख दूँ वह भी अंतर द्वंद,
जिस पर अब तक सब थे मौन,
पर 'मेरा लिखा पढ़ेगा कौन'.....
( 𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎)