2024-09-05 04:46
#बेबाक
#शिक्षक_दिवस
मैं संदीप मौर्य आज के दिन का संपूर्ण क्रेडिट अपने पूज्य पिता जी को देता हूं, अभिभावक के साथ हाई स्कूल की शिक्षा भी कहानी की तरह दिए व्यावहारिक तरह से, हर संस्कार हर ज्ञान सबकुछ!
वो अलग बात है बाल सुलभ अतिता पर उचित मात्रा में कूटे भी, कई बार मूत्र विसर्जन भी कराए😜 तभी देवी प्रगट हो जाती थी कवच बनकर जिसे मां कहते हैं
"काहे मारत हवा हो लइकवा के"!
तब बने संदीप से संदीप साहब
आदरांजलि 🙏🙏🙏💐