दिल चाहता है एक किताब लिखूं
जिसका शीर्षक
"मर्द" हो ...!!
मैं उसका सब्र भी लिखूं और दर्द भी लिखूं ..
मै उसकी आह भी लिखूं और उसके व्यक्तित्व पर उठते हुए वो सभी अल्फाज भी लिखूं ..
जिन्हे सुनकर वो किसी के सामने रो भी नहीं सकता ..
जिम्मेदारियों के आगे अपनी पसन्द अपनी खुशियों का त्याग लिखूं...
सोच रही हूं एक किताब लिखूं...
जो उठाते है मर्द पर। उंगलियां उन का जवाब लिखूं....
Good morning