हदीस – जब मेराज का वाकिया हुआ था तब आपने दुनिया के तमाम नबियों को नमाज पढ़ाई थी।
नोट – हालाकि आपको बता दे की आप इस दुनिया के आखिरी नबी थे। इसलिए आपको दुनिया के तमाम नबियों को नमाज पढ़ाने का मौका मिला था। जब आपके साथ मेराज का वाकिया पेस आया था। तब आपने बैतूल मुकदास में नमाज पढ़ाई थी। जिसे मस्जिद अक्सा कहा है।
(सही मुस्लिम – 430)