2024-10-29 22:38
One of my favs-
अपनी तनहाई से वहशत नहीं होती मुझको
क्या अजब शय हूँ मोहब्बत नहीं होती मुझको
याद आती नहीं बीती हुई बातें दिल को
याद करने की ज़रूरत नहीं होती मुझको
दिल का जज़्बात से अब कोई तालुक्क़ ही नहीं
हद तो ये होगई नफ़रत नहीं होती मुझको