कुछ छूट गये कुछ छूट रहे।
कुछ नये पुराने रूठ रहे।।
कुछ मान गये कुछ साथ रहे।
कुछ बीते पल से छूट रहे।।
कुछ नये मिले कुछ मीत बने।।
कुछ रीत बने कुछ प्रीत बने।
कुछ शब्द बने कुछ गीत बने।
कुछ नव जीवन संगीत बने।।
यश वैभव और स्वास्थ्य सम्पदा।
तुझको जीवन में हर लाभ मिले।।
श्रेष्ठ सुगम जीवन हो तेरा।
इसका भी वरदान मिले।।
तू स्नेह सुधा तुम हो वसुधा।
तू नेह बीज तुम श्रेष्ठ मृदा।।
उम्मीद यही है इस नूतन से।
वर्ष हो उत्तम उदित सूर्य से।।